मुंबई : दर्शकों से खचाखच भरे ऑडिटोरियम मे "बाबुल थारी लाडली" नाटक का हुआ मंचन

मुंबई  । “बाबुल थारी लाडली” मानव समाज मे नारी महता के मद्देनज़र, “बेटी बचाओ – देश बढाओ” राष्ट्रीय अभियान का यथार्थ पिछले दिनों मालाड मुंबई स्थित डी.जी. खेतान ऑडिटोरियम मे हिंदी व राजस्थानी फ़िल्म एवं रंगमंच की संस्था ९ वुंडसथ एन्टरटैनमेन्ट व प्रसिद्ध राजस्थानी मासिक पत्रिका “अलबेलो राजस्थान” की संयुक्त प्रस्तुती रही । जिसे एक रचनात्मक य वा शख्स जुगल के. नायक द्वारा लिखित, निर्देशित व निर्मित एक संवेदनापूर्ण एवं ज्वलन्त राजस्थानी पारिवारिक नाटक “बाबुल थारी लाडली” का यादगार मुंचन समथथ कलाकारों द्वारा सम्पन्न हुआ । विजया राजस्थानी द्वारा आयोजित इस नाटक को दर्शकों से खचाखच भरे ऑडिटोरियम मे, जहां दर्शक खडे रहकर भी देखा और तालियों की गड़गड़ाहट से खूब सराहा ।

नाटक समारोह अध्यक्ष- श्री राजेंद्र होलानी, म ख्य अतिथि- श्रीमती रानी पोद्दार, स्वागताध्यक्ष- श्री कानबिहारी अग्रवाल, प्रेरणाश्रोत- श्री हनुमान प्रसाद गाड़ोदिया, श्री लक्ष्मीनारायण अग्रवाल, श्री कमलनयन बजाज, राजनैतिक क्षेत्र से श्री गोपाल शेट्टी, श्रीमती विधा ठाकुर, श्री अतुल  भातलखर, श्रीमती गीता भरत जैन, श्रीमती सुमन रमेश कोठारी एवं सम्माननीय अतिथि गण- श्री रतन सिंघानिया, श्री सुनील पाटोदिया, श्री जयप्रकाश शाह, श्री आशीष शर्मा, श्री अमरीशचन्द्र अग्रवाल, श्री कन्हैयालाल सर्राफ, श्री सुरेन्द्र रुईया, श्री दीनदयाल मुरारका, श्री सन्तोष केजरीवाल, श्री ब्रिजमोहन अग्रवाल, श्री दिनेश अग्रवाल, श्री नरेन्द्र चेतराम गुप्ता, श्री विनोद अग्रवाल, श्री श्रवन गोयल, श्री दीपकुमार अग्रवाल, श्री नरेन्द्र गुप्ता, श्री अशोक जैन, श्री विनोद गड़ोदिया, श्री जयेश खेमका, श्री पवन डागा, श्री राजाराम सारड़ा, श्री पूनम मोदी, श्री राजीव मित्तल, श्री कालीचरण पारीक, श्री कृष्ण टोस्क्सया, श्रीमती निशा सुमन जैन, श्रीमती मंगला सुरेश पुरोहित, श्रीमती शोभा बृजमोहन अग्रवाल, श्रीमती उर्मिला  रुंगटा, श्रीमती कुसुम काबरा, प्रो. डाक्टर ललिता बी. जोगड़ व पत्रकार सीमा पारीक, इत्यादि  भावपूर्ण उपस्थिति मे, मारवाड़ी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महेश राठी के द्वारा दीप प्रज्वलन से समारोह का श्री गणेश हुआ, श्री राठी जी ने बाबुल थारी लाड़ली नाटक देखने के बाद प्रभावित होकर मारवाड़ी महासभा के द्वारा इसका मंचन देश मे ही नही परदेशों मे भी करवाने का आश्वासन दिया । सैकड़ों प्रबुद्ध समाजप्रेमियों के साथ कई समाजस्तम्भों ने बार बार तालियाँ बजाकर अपना उत्साह – सम्मान – समर्थन भाव व्यक्त ककिया । समथत अतिथि महानुभाओं का स्मृति चिन्ह – पुष्प गुच्छ देकर समारोह मे स्वागत किया गया ।

कार्यक्रम मे श्री त्रिलोक सिरसलेवाला, श्री राजकुमार सैनी, श्री नारायण सिंघानिया व श्री उमेश सिंघल  का विशेष योगदान रहा । विशेष रूप से संयोजक – श्री विमल अग्रवाल इस आयोजन को अपनी देखरेख मे, इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया और कहा कि बाबुल थारी लाडली जैसे सन्देशप्रद नाटक का मंचन पुरे देश मे होना चाहिएजिससे समाज के हर एक वर्ग को ये सन्देश जायेगा कि बेटियां हमारे लिए कितनी लाडली होती हैं, इसके लिए मै तन-मन-और धन से समर्पित हूँ ।