नई दिल्ली। दुनिया की नामी सर्च इंजन कंपनी गूगल ने एक नई कंपनी बनाई है और इसका नाम अल्फाबेट इंक रखा गया है। गूगल की सभी गतिविधियां अब इसी कंपनी के तहत संचालित होंगी। कंपनी में बड़ा फेरबदल करते हुए भारतीय मूल के सुंदर पिचाई को कंपनी का नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया गया है। इसके साथ ही गूगल ने अपना स्वरूप बदल दिया है। गौर हो कि दुनिया भर में क्रोम, गूगल ड्राइव, एंड्रॉयड को गूगल से जोड़ने का श्रेय सुंदर पिचाई को दिया जाता है।
इस सर्च इंजन कंपनी ने अल्फाबेट इंक नाम से एक नई कंपनी बनाई है और अब गूगल इस कंपनी का हिस्सा होगा और अल्फाबेट की सहायक कंपनी के तौर पर काम करेगा। अल्फाबेट के सीईओ गूगल के फाउंडर लैरी पेज होंगे। गूगल के को-फाउंडर लैरी पेज के ब्लॉग पोस्ट पर गूगल के नए फेरबदल की जानकारी साझा की। ब्लॉग पोस्ट में बताया गया कि गूगल अब ‘स्लिमड डाउन’ कंपनी बन गई है और अल्फाबेट इंक नाम की नई कंपनी बनाई गई है। साथ ये भी कहा गया कि गूगल इस नई कंपनी का हिस्सा होगा। लैरी पेज ने अपने पोस्ट में इस बात की उम्मीद जताई कि सुंदर पिचाई के नेतृत्व में गूगल ज्यादा साफ-सुथरी और जिम्मेदार बनेगा।
चेन्नई में जन्मे सुंदर ने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है। वे पिछले 11 साल से (2004 से) गूगल के साथ जुड़े हुए हैं। उन्हें अच्छा मैनेजर माना जाता है। पिचाई अभी गूगल में वाइस प्रेसीडेंट पद पर थे और उन्हें रिस्ट्रक्चरिंग के तहत गूगल का सीईओ बनाया गया है। उनके पिता एक इलेक्ट्रिक इंजीनियर रहे हैं। गूगल के ओएस क्रोम और इससे जुड़े कई अन्य प्रॉडक्ट्स को तैयार करने में उनकी अहम भूमिका रही है। पिचाई को ही 2013 में एंड्रॉइड की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जिसको उन्होंने बखूबी निभाया।