मुफ्ती मोहम्मद सईद ने ली जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ

 

मुफ्ती मोहम्मद सईद ने ली जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ
मुफ्ती मोहम्मद सईद ने ली जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ

जम्मू। जम्मू कश्मीर में मुफ्ती मोहम्मद सईद ने  12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार राज्य में सत्ता में साझेदारी कर इतिहास रचा। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और भाजपा की गठबंधन सरकार गठित होने के साथ ही राज्य में 49 दिनों से लागू राज्यपाल शासन समाप्त हो गया। डॉ निर्मल सिंह उपमुख्यमंत्री बने जम्मू विश्वविद्यालय परिसर स्थित जनरल जोरावर सिंह सभागार में आयोजित भव्य समारोह में इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी समेत भाजपा के कई केंद्रीय नेताओं और अन्य गण्यमान्य नागरिकों की मौजूदगी में राज्यपाल एन एन वोहरा ने पीडीपी संरक्षक 79 वर्षीय सईद को मुख्यमंत्री तथा भाजपा के डॉ निर्मल सिंह को उप मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। दोनों दलों ने लचीला रुख अपनाया गत वर्ष दिसम्बर में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में पीडीपी 28 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई है। जबकि भाजपा को 25 सीटें मिलीं। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के खाते में क्रमश: 15 और 12 सीटें गई। संविधान की धारा 370 और सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम को लेकर पीडीपी और भाजपा के बीच विरोधाभासों के कारण गठबंधन सरकार बनाने का मामला काफी समय तक लटका रहा। काफी दिनों तक चले गतिरोध के बाद दोनों पार्टियों ने सरकार बनाने के लिए अपने रुख को लचीला किया । 16 कैबिनेट और आठ राज्यमंत्री दो महिलाओं समेत कुल 16 कैबिनेट और आठ राज्यमंत्रियों ने शपथ ली। इनमें पीडीपी के 13 और भाजपा के 11 मंत्री शामिल हैं। भाजपा की श्रीमती प्रिया सेठी और पीडीपी की सुश्री आशिया नकाश ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली । सज्जाद लोन भी सरकार में शामिल पूर्व अलगाववादी पीपुल्स कांफ्रेंस के विधायक सज्जाद लोन और निर्दलीय पवन गुप्ता भी भाजपा के कोटे से मंत्री बने। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले अन्य मंत्रियों में अब्दुल मजीद पद्दार, ए आर वीरी, हसीब द्राबू, त्सेरिंग दोरजी, सुनील कुमार, अब्दुल गनी कोहली, मोहम्मद अशरफ मीर और पवन गुप्ता प्रमुख हैं। 79 वर्षीय सईद राज्य में बनी पहली पीडीपी भाजपा गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री हैं। यह पहला मौका है जब राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई गई है।