मुंबई। दिग्गज फिल्म अभिनेता शशि कपूर का सोमवार शाम निधन हो गया. वह 79 वर्ष के थे. उन्होंने 1970 और 1980 के दशक में रोमांटिक आइकन के रुप में पहचान बनायी थी. उन्होंने कोकिलाबेन धीरभाई अंबानी अस्पताल में आखिरी सांस ली. उनके निधन की खबर की पूष्टि अभिनेता रणधीर कपूर ने की. रणधीर कपूर ने बताया, हां उनका निधन हो गया. उनको पिछले कई वर्षों से किडनी से जुड़ी समस्या थी. वह कई वर्षों से डायलिसिस करा रहे थे. उन्होंने बताया कि शशि कपूर का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा. हिन्दी फिल्म और थियेटर जगत के शुरुआती स्टार पृथ्वीराज कपूर के घर 18 मार्च, 1938 को जन्में शशि कपूर ने चार वर्ष की आयु से अपने पिता द्वारा निर्मित और निर्देशित नाटकों में काम करना शुरू कर दिया था. उन्होंने बतौर चाइल्ड एक्टर अपने भाई राज कपूर की फिल्म ‘आवारा’ और ‘आग’ में याशि कपूर ने काम किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महान अभिनेता शशि कपूर के निधन पर शोक जताया है. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर शोक जताया. उन्होंने लिखा, शशि कपूर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. उन्हें शानदार अभिनय के लिए आने वाली पीढिय़ों में भी याद रखा जाएगा. उनके निधन से दु:खी परिवार और प्रशंसकों के लिए सांत्वनाएं.
साल 2011 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया. इसके अलावा साल 2015 में उन्हें 2014 के दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. पिता पृथ्वीराज कपूर और बड़े भाई राजकपूर के बाद यह सम्मान पाने वाले कपूर परिवार के तीसरे सदस्य बन गये. शशि कपूर का असली नाम बलबीर राज कपूर था.
50 के दशक में पिता की सलाह पर वे गोदफ्रे कैंडल के थियेटर ग्रुप ‘शेक्सपियेराना’ में शामिल हुए और उसके साथ दुनिया भर की यात्रायें की. उसी दौरान गोदफ्रे की बेटी और ब्रिटिश अभिनेत्री जेनिफर से उन्हें प्रेम हुआ और मात्र 20 की उम्र में 1950 में विवाह कर लिया. जेनिफर शशि कपूर से तीन साल बड़ी थी. कपूर खानदान में इस तरह की यह पहली शादी थी.
शशि कपूर ने 116 हिंदी फिल्मों में काम किया. उन्होंने 1961 में फिल्म धर्मपुत्र से अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ इनकी जोड़ी सबसे शानदार मानी जाती थी, लोगों ने दोनों की जोड़ी को खूब सराहा. शशि कपूर ने ‘दीवार’, ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ ‘नमक हलाल’ ‘सुहाग’ और ‘त्रिशूल’ जैसी सुपरहिट फिल्में थी. फिल्म दीवार में उनका डायलॉग ‘मेरे पास मां है’ आज भी लोगों की जुबान पर है.
शशि कपूर ने 60 से लेकर 80 के दशक में बॉलीवुड पर राज किया. इस दौरान बॉलीवुड में उनका डंका बजता था. शिश कपूर ने हिंदी फिल्मों में काम करने के साथ-साथ दो अंग्रेजी फिल्म में भी काम किया. अंग्रेजी फिल्म में काम करने वाले वो पहले भारतीय थे. उस दौर की स्थापित अभिनेत्री नंदा ने शशि कपूर के साथ 8 हिंदी फि़ल्मों में काम की. नंदा का मानना था कि वो एक अभिनेता हैं. कई साक्षात्कार में नंदा ने कहा था, शशि कपूर उनके पसंदीदा अभिनेताओं में एक हैं.