11dec-Doklam-Border-Nepal

नयी दिल्ली। पाकिस्तान के पक्के मित्र और भारत का पड़ोसी मुल्क चीन बदमाशियां बंद नहीं कर रहा. सिक्किम-भूटान-तिब्बत सीमा के पास डोकलाम क्षेत्र में एक बार फिर उसके 1800-1900 सैनिक जम गये हैं. वे यहां हेलीपैड्स, रोड और शिविर बना रहे हैं. वहीं भारत ने अपनी सेना को साफ कर दिया है कि चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी किसी भी सूरत में दक्षिण की ओर सड़क का विस्तार न कर पाये.

Bharat Abhushan

सेना प्रमुख बिपिन रावत ने सितंबर में ही आगाह किया था कि चीन विवादित क्षेत्र में ताकत आजमाने की कोशिश करता रहेगा. इसलिए चुंबी वैली में रणनीति के तौर पर सैनिकों को तैनात किया गया है. यह सिक्किम और भूटान के बीच में मौजूद है. पहले डोकलाम में भारतीय सैनिक चीन के सैनिकों पर आपत्ति नहीं करते थे, लेकिन जून में जब सड़क बनाने के लिए पीएलए ने यथास्थिति को तोडऩे की कोशिश की, तो यहां की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी.

पहले हर साल अप्रैल-मई और अक्तूबर-नवंबर में पीएलए के सैनिक डोकलाम में आ जाते थे और इस क्षेत्र पर अपना दावा करते थे. 28 अगस्त, 2016 को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव खत्म होने के बाद पहली बार ऐसा देखा गया है कि पीएलए ने भूटान क्षेत्र में अड्डा जमा लिया है. हालांकि, भारत के साथ यथास्थिति बनी हुई है. ज्ञात हो कि अगस्त में भारतीय जवानों ने चीन को सड़क बनाने से रोक दिया था. इसके बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे से पहले पड़ोसी देश को अपने सैनिकों को 150 मीटर पीछे बुलाना पड़ा. अब इस क्षेत्र में शांति है और भारत-चीन की सेनाएं 500 मीटर दूर रहती हैं.