जयपुर/कोलकाता. राजस्थान की दो लोकसभा (अजमेर और अलवर) और एक विधानसभा सीट (मांडलगढ़) पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। वहीं, पश्चिम बंगाल की एक लोकसभा सीट (उलबेरिया) पर हुए उपचुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को जीत हासिल हुई। टीएमसी ने एक विधानसभा सीट भी जीती है। राजस्थान में कांग्रेस की जीत इसलिए खास हो जाती है क्योंकि यहां इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ये सभी सीटें पिछले चुनाव में जीते उम्मीदवारों के निधन से खाली हुई हैं। यहां 29 जनवरी को वोटिंग हुई थी। राहुल गांधी ने राजस्थान कांग्रेस को जीत पर बधाई दी है। राजस्थान में कांग्रेस तीनों सीटों पर जीती- अलवर लोकसभा सीट से कांग्रेस कैंडिडेट डॉक्टर करण सिंह यादव ने बीजेपी के जसवंत सिंह को हराया। अजमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के रघु शर्मा ने बीजेपी के रामस्वरूप लांबा को हराया। – मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस के विवेक धाकड़ ने बीजेपी के शक्ति सिंह हाड़ा को करीब 13 हजार वोटों से हराया। धाकड़ को 70,146 जबकि हाड़ा को 57,170 वोट मिले। ये सीट पहले बीजेपी के पास थी।
टीएमसी को भी दो सीटों पर जीत – पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी को दोनों सीटों (उलबेरिया लोकसभा और नोआपारा विधानसभा) पर जीत हासिल हुई। – उलबेरिया में टीएमसी के दिवंगत सांसद सुल्तान अहमद की पत्नी साजदा ने जीत हासिल की। उन्होंने बीजेपी के अनुपम मलिक को 4,74,023 वोट से हराया। बीजेपी का पश्चिम बंगाल में पहले ज्यादा पैठ नहीं थी। लेकिन, उपचुनाव में दोनों सीटों पर वो दूसरे नंबर पर रही।
– नोआपारा विधानसभा सीट पर टीएमसी के ही सुनील सिंह ने करीब 63,018 वोट से जीत दर्ज की। राहुल ने दी बधाई – राजस्थान में जीत के बाद राहुल गांधी ने राजस्थान कांग्रेस यूनिट को ट्वीट के जरिए बधाई दी। कहा- वेलडन राजस्थान कांग्रेस। मुझे आप सभी पर गर्व है। राजस्थान की जनता ने बीजेपी को रिजेक्ट कर दिया है।
पायलट ने वसुंधरा का इस्तीफा मांगा – राजस्थान कांग्रेस के चीफ सचिन पायलट ने नतीजों के बाद सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया का इस्तीफा मांगा। कहा- उपचुनाव में बीजेपी तीनों सीट हार गई है। वसुंधरा राजे को अब पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। यह राज्य में बीजेपी के चार साल के शासन को जनता का जवाब है।
– सचिन ने आगे कहा- उपचुनाव के नतीजे ये भी बताते हैं कि जनता नोटबंदी और जीएसटी को खारिज कर चुकी है। ये नतीजे कर्नाटक, राजस्थान और मध्य प्रदेश में होने वाले चुनावों पर भी असर डालेंगे। राहुल गांधी की लीडरशिप में एक नई कांग्रेस उभरी है।