जैसलमेर । मरू महोत्सव के दूसरे दिन देदानसर मैदान मे सीमा सुरक्षा बल द्वारा प्रस्तुत किया गया ऊंटों के विभिन्न हैरतअंगेज करतबों वाले ‘‘केमल टैटू शो‘‘ ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों द्वारा ऊंट के विभिन्न रोमांचकारी करतबों को प्रस्तुत कर मरु भूमि एवं सीमाओं की सुरक्षा में इस मूक पशु रेगिस्तान जहाज ने अपनी महत्ता से अवगत करा दिया।
सुरक्षाप्रहरियों के हरदम साथ है रेगिस्तान का जहाज
केमल टेटू शो में उपसमादेष्टा कुलदीप सिंह चौधरी के नेतृत्व में 38 ऊंटों पर सीमा प्रहरियों ने रेगिस्तान के जहाज ऊंट के सच्चे साथी का साथ निभाने का सचित्र प्रदर्शन कर दर्शकों को अचंभित सा कर दिया। यहीं नहीं एक प्रशिक्षित मूक पशु अपने साथी के घायल होने पर उसको अपने मुख्यालय स्थान पर पहुंचाने का जो दृश्य पेश किया वह वास्तव में दिल को छूने वाला रहा। इसी प्रकार दुश्मन को गच्चा देकर ऊंट की पीठ पर जवान किस प्रकार से सुरक्षित जाता है उसका भी जीवंत दृश्य अनूठा रहा एवं इसे देखकर दर्शक उनकी वाह-वाही करने से नहीं रुके एवं तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका हौंसला अफजाई किया। प्रशिक्षित ऊंटों ने माउंटेन बैण्ड की लोक गीतों की धुनों पर जो नृत्य पेश किया वह देखने लायक था।
मरू महोत्सव के कार्यक्रमों में वायु सेना द्वारा प्रस्तुत पावर गिलाइडिंग की आकाशगंगा में खेली गई हवाबाजी कलाइयां बहुत ही रोचक एवं साहस भरी रही। विंग कमांडर रमाकांत ने आकाश में पावर ग्लाइडर से हवाई यात्रा की एवं उनके इस साहसिक करतब को देखकर दर्शकों ने दांतों तले अंगुली दबा ली। मेले के दौरान एयरफोर्स के पैराशूटर्स करतब दिखाते।