मक्का। सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में हज के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 720 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। 800 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। सऊदी में आज बकरीद (ईद उल अधा) मनाई जा रही है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, मक्का के मीना में शैतान को पत्थर मारने के रिवाज के दौरान भगदड़ मची। बता दें कि हज की यात्रा का आज आखिरी दिन था। इस बार करीब 20 लाख हज यात्री इस बार पहुंचे हैं। कुछ दिन पहले मक्का के अल-हरम मस्जिद में क्रेन गिरने से हादसा हुआ था जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
पहले भी हो चुका है हादसा
2006 में 12 जनवरी को भी शैतान को पत्थर मारने की घटना के दौरान भगदड़ मची थी जिसमें 400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। बता दें कि मक्का के बाहरी इलाके मीना में शैतान को पत्थर मारने का रिवाज है। इस दौरान हज यात्री तीन पत्थर शैतान को मारते हैं।
क्यों मारा जाता है पत्थर?
मक्का में पत्थर मारना शैतान के विरोध का प्रतीक है। शैतान का प्रतीक तीन विशाल खंभों के रूप में मौजूद है। यह हज यात्री कंकड़ इकट्ठा करते हैं और उन्हें खंभों पर मारते हैं। ऐसा माना जाता है कि शैतान सबसे पहले अब्राहम, उनकी पत्नी हेगर और पुत्र इशामल के सामने उपस्थित हुआ था।
मक्का में पत्थर मारना शैतान के विरोध का प्रतीक है। शैतान का प्रतीक तीन विशाल खंभों के रूप में मौजूद है। यह हज यात्री कंकड़ इकट्ठा करते हैं और उन्हें खंभों पर मारते हैं। ऐसा माना जाता है कि शैतान सबसे पहले अब्राहम, उनकी पत्नी हेगर और पुत्र इशामल के सामने उपस्थित हुआ था।
पहले कब हुए हादसे?
– 1987 : ईरानी श्रद्धालुओं और सऊदी गवर्नमेंट के बीच झड़प में 402 लोगों की मौत और 650 लोग घायल।
– 1989 : मक्का में दो बम ब्लास्ट में एक की मौत, 16 घायल।
– 1990 : भगदड़ में 1426 लोगों की मौत।
– 1994 : पत्थर मारने की रस्म के दौरान भगदड़ से 270 लोगों की मौत।
– 1997 : आग लगने से 340 से ज्यादा लोगों की मौत, 1500 घायल।
– 1998 : ओवरपास पर 180 लोगों की मौत।
– 2001 : भगदड़ में 35 लोगों की मौत।
– 2004 : भगदड़ में 200 से ज्यादा लोगों की मौत।
– 2006 : मक्का में ब्रिज पर मची भगदड़ की वजह से 300 लोगों की जान गई।
हज को लेकर क्या है सुरक्षा के इंतजाम?
> 1.1 लाख लोगों को तैनात किया गया है।
> 5000 कैमरे लगाए गए हैं, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
> 1.36 लाख लोग भारत से हज करने के लिए गए हैं, किसी देश से सबसे ज्यादा।
> 1.1 लाख लोगों को तैनात किया गया है।
> 5000 कैमरे लगाए गए हैं, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
> 1.36 लाख लोग भारत से हज करने के लिए गए हैं, किसी देश से सबसे ज्यादा।