Pooja Chabra at Udaipur Campaign Against Wine

Pooja Chabra at Udaipur Campaign Against Wine

उदयपुर । ”छाबड़ा जन क्रान्ति मंच की संयोजक श्रीमती पूजा छाबड़ा का उदयपुर संभांग का दौरा हुआ सम्पन्न ,प्रदेश के 30 जिलो का दौरा कर शराबबंदी की अपनी इस मुहीम को बढ़ाया आगे”।

प्रदेश भर में अपने पिता शहीद गुरुशरण छाबड़ा द्वारा शुरू गई राजस्थान के सभी लोगो के लिए शराबबंदी की इस नेक और जनकल्याणकारी ज्योत को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने अपने उदयपुर संभाग के दौरे के अंतिम दिन राजसमंद के भगवान् श्री नाथ जी के नगरी नाथद्वारा पहुंची जहा द अंकुर बी एड कॉलेज की निदेशक श्रीमती किरण कौशिक और सामाजिक कार्यकर्त्ता जूज़र हुसैन ने उनका स्वागत किया और इसके बाद वे द क्रिएटीव ब्रेन अकेडमी पहुंची जहा कॉलेज की प्राचार्य शीतल गुर्जर के नेतृत्व में श्रीमती पूजा छाबड़ा की इस अनोखी और जनकल्याणकारी मुहीम के लिए सममानित किया साथ ही इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित सभी स्टूडेंट्स संबोधित करते हुए कहा की उन्हें भविष्य में इस मुहीम को आगे बढ़ाते हुए राजस्थान के प्रत्येक कोने में पहुचना है जिससे राजस्थान की महिलाओ के साथ साथ लोगो का भी कल्याण और विकास हो सके ।

छाबड़ा जी के जनकल्याणकारी सपने को पूरा करने के लिए श्रीमती पूजा छाबड़ा अपने उदयपुर संभांग के दौरान सर्वप्रथम राजसमन्द,चित्तौड़ग़ढ़,बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिले में देश के नामचीन विधयालय जवाहर नवोदय विद्यालय पहुंची जहा प्रधानचार्य श्री के के जैन, श्री आर के रावल, और शकीना ताज के समर्थन में चारो जिलो की नवोदय विद्यालय की शाखा में सभी छात्र छात्राओ को संबोधित करते हुए अपील की वे समाज में व्याप्त हर तरह के नशो से दूर रहेंगे और समाज को शराबबंदी,भृष्टाचार के प्रति जागरूक करेंगे साथ ही विद्यालय के आगामी कार्यक्रमो में रैली का आयोजन कर लोगो में जागरूकता फैलाएंगे।
राजस्थान को संपूर्ण शराबमुक्त बनाने के संकल्प के साथ उन्होंने अब तक 30 जिलो का दौरा कर चुकी है और उदयपुर संभांग के दौरे में सर्वप्रथम राजसमन्द के बामनटुकड़ा,पड़साली,ग्राम पंचायत पहुंची जहा सरपंच श्रीमती मीरा देवी और सरपंच श्रीमती प्रेम बाई ने समर्थन दिया और ग्राम को शराबमुक्त बनाने का संकल्प लिया उसके बाद उन्होंने चित्तोड़गड के घोसूण्डी,धनेतकलां और चिकासी ग्राम पंचायत पहुंची जहा सरपंच श्रीमती उतरा , सरपंच श्री देवेंद्र कँवर और सरपंच श्री गणेश साहू ने पूजा उनसे अपील की इस मुहीम को इसी तरह यु ही हर ग्राम ग्राम और छोटी बड़ी ढाणियो में पहुंचाती रहे जिस से राजस्थान के कई घर आबाद रह सके……अपनी इस शराबबंदी की अलख को बढ़ाते हुए उन्होंने प्रतापगढ के जोलर,गादोला,देवगड़,और चिकलाड़ ग्राम पंचायत पहुंची जहाँ सरपंच श्री मांगीलाल,सरपंच श्रीमती शारदा बाई के साथ उपसरपंच पूनम चन्द,सरपंच श्रीमती नीतू मीणा और सरपंच श्रीमती गंगा बाई के साथ साथ सामजिक कार्यकर्ता और महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती प्रेम कँवर ने उनका स्वागत किया साथ ही प्रेम कँवर के समर्थन में महिलाओ ने आगे आ कर उनका सहयोग करने का वादा किया और ग्राम से जल्द से जल्द अवैध शराब के कारखाने हटाने का भी वादा किया। इसके बाद वह बांसवाड़ा जिले के तलवाड़ा और ठिकरिया ग्राम पंचायत पहुंची जहा सरपंच श्री दिलीप चरपोटा और सरपंच श्री नोरंग डोडियार के समर्थन में गरीब ग्रामीण लोगो को बी पी एल गैस कनेक्शन वितरित किये गए साथ ही महिलाओ से अपील की , की वे आगे आये और राजस्थान की इस जनकल्याणकारी मुहीम में समर्थन दे। शराबबंदी की इस मुहीम को लिए उन्होंने अपने उदयपुर संभांग के दौरे के दौरान 29वें जिले डूंगरपुर पहुंची जहा बिलडी,हिरता और सागवाड़ा ग्राम पंचयात के रामद्वारा में संत श्री दीपाराम जी महाराज के सानिध्य में सरपंच श्री बूंदी लाल कटारा और राकेश रोट के समर्थन में गाँव की महिलाओ ने विशेषकर वृद्ध महिलाओ ने आगे आ कर अपने परिवार में पति और बेटे के शराब से जुडी समस्याओ को बांटते हुए अपने दर्द साँझा किये और इस अपने दर्द को बांटते हुए कुछ महिलाये शराब से पीड़ित लोगो और परिवारजनो के बारे में बातचीत करते हुए मायूस हो गई जिसे देख कर उन्होंने आश्वाशन दिया और संबोधित करते हुए कहा की ”मेरा जीवन राजस्थान की सभी महिलाओ और यहाँ के निवासियों के लिए समर्पित है,मेरे पिता शहीद गुरुशरण छाबड़ा ने अपना पूरा जीवन राजस्थान की जनता के हित और यहाँ के हर कोने को शराबमुक्त बनाने में न्योछावर कर दिया और इसी कड़ी में मैंने भी अपने पिता की इस मशाल को थामते हुए इस शराबबंदी की ज्योत को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री निवास के सामने 9 दिवसीय अनशन किया जहा अनशन के अंतिम दिन वसुंधरा सरकार से लिखित समझौता तय हुआ की आगामी तीन महीनो में प्रदेशभर में शराबबंदी लागू की जाए और छाबड़ा समझौता लागू कर सशक्त लोकयुक्त कानून लागू किया जाए लेकिन अफ़सोस आज 6 महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई है वसुंधरा की सरकार ने वादाखिलाफी की है क्योंकि मुख्यमंत्री वसुंधरा की सरकार स्वयं शराबमाफियो की सरकार है आज प्रदेश में न जाने कितनी सड़क दुर्घटानाए होती है जिनका हालिया उदहारण हाईकोर्ट के वकील द्वारा शराब के नशे में मासूम मजदूरो की जान लेना सामने आया है इसके अलावा प्रदेश में ही नही अपितु देश भर में महिलाओ और छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म,लूट-पाट,मार-पीट,हत्या जैसे मामलो का 60 फीसदी मुख्य कारण शराब रहा है जो की निंदाजनक है मैं वसुंधरा सरकार की कड़े शब्दो में निंदा करती हु की एक महिला की सरकार के राज में कई लाखो महिलाये असुरक्षित है, मैं मुख्यमंत्री महोदया से अपील करती हु या तो वे राजस्थान में शराबबंदी को लागू करे नहीं तो में अपनी इस मुहीम में राजस्थान की हर गाँव और शहरी ,महिलाओ के साथ इस मुहीम के लिए अपनी अंतिम सांस तक संघर्ष करती रहूंगी ये मेरा राजस्थान की महिलाओ के प्रति वादा है” ।