सुषमा , वसुंधरा और शिवराज के इस्तीफे की मांग पर अड़ी कांग्रेस
सुषमा , वसुंधरा और शिवराज के इस्तीफे की मांग पर अड़ी कांग्रेस
सुषमा , वसुंधरा और शिवराज के इस्तीफे की मांग पर अड़ी कांग्रेस

नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी ललित मोदी प्रकरण, व्यापमं घोटाला मामले एवं अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस एवं कुछ अन्य दलों के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। काली पटटी बांध कर सदन में नहीं आने की लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की कल की चेतावनी के बावजूद राहुल गांधी समेत कांग्रेस सदस्य आज भी सदन में अपनी बांह पर काली पटटी लगाकर आए थे।

शोर शराबे के दौरान दीपेन्दर हुड्डा समेत कांग्रेस के कुछ सदस्य आसन के समीप सत्तापक्ष की सीट ओर आकर नारेबाजी करने लगे। इसका संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी, गिरिराज सिंह ने विरोध किया और भाजपा के कुछ सदस्य अपने नेताओं के समर्थन में अगली कतार के समीप आ गए। शोर शराबे के दौरान भाजपा के मुख्य सचेतक अर्जुन राम मेघवाल ने सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा की कथित फेसबुक टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि वे संसद के बारे में फेसबुक पर लिख रहे हैं और हम कैसे चुप रह सकते हैं। इस बारे में हमारा विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव स्वीकार किया जाए।

इससे पहले आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि उन्हें आईपीएल पर एन के प्रेमचंद्रन, मल्लिकार्जुन खडगे, वीरप्पा मोइली, पी करूणाकरण आदि के नोटिस प्राप्त हुए। व्यापमं मामले पर बदरूदोजा खान एवं अन्य के नोटिस मिले हैं। किसानों के मुआवजे से जुड़े मुद्दे पर धर्मेन्द्र यादव का नोटिस और इसके अलावा तेलंगाना और जाति गणना पर भी नोटिस प्राप्त हुए हैं। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू करने को कहा। इस दौरान कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जन खडगे कुछ कहने के लिए उठे। लेकिन भाजपा सदस्य राबर्ट वाड्रा से संबंधित विशेषाधिकार हनन के विषय को उठाने लगे।

इस पर कांग्रेस सदस्य अपने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। कांग्रेस सदस्यों की तख्तियों पर लिखा था, ललित मोदी पर क्यों मौनासान, जब बड़े मोदी मेहरबान, तो छोटे मोदी पहलवान, मोदीजी 56 इंच दिखाओ, सुषमा, वसुंधरा को हटाओ। इस दौरान टीआएस सदस्य अपने हाथों में तख्तियां लेकर तेलंगाना में उच्च न्यायालय स्थापित करने की मांग करते हुए आसन के समीप आकर नारे लगाने लगे। अध्यक्ष ने एक सवाल लेने का प्रयास किया लेकिन इस पर जवाब नहीं हो सका। सदन में व्यवस्था नहीं बनते देख अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही स्थगित कर दी।